मंत्री सौरभ बहुगुणा ने 12 राजकीय दुग्ध पर्यवेक्षकों को सौंपे नियुक्ति पत्र

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देहरादून,6 फरवरी 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड सरकार के पशुपालन, मत्स्य, दुग्ध विकास, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, प्रोटोकॉल एवं कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा की अध्यक्षता में आज एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य में दुग्ध उत्पादन और विपणन को बढ़ावा देना तथा दुग्ध संघों के खर्चों को कम करना था।

बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय:

मंत्री सौरभ बहुगुणा ने डेरी विकास विभाग में नवनियुक्त 12 राजकीय दुग्ध पर्यवेक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए

उनका विभाग में स्वागत किया

उन्हें दुग्ध उत्पादकों के हित में कार्य करने के लिए निर्देशित किया।

बैठक में बताया गया कि राज्य सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के परिणामस्वरूप प्रदेश में दुग्ध समितियों के माध्यम से अब तक का सर्वाधिक दूध उपार्जित किया जा रहा है।

मंत्री ने सभी अधिकारियों को दुग्ध उपार्जन व विपणन में वृद्धि कर आंचल को नंबर एक ब्रांड बनाने के लिए एकजुट होकर कार्य करने के लिए निर्देशित किया।

पिछले एक वर्ष में दुग्ध उपार्जन पर अच्छा कार्य हुआ है,

लेकिन विपणन में वृद्धि के लिए और सुधार/कार्य किए जाने की आवश्यकता है।

सभी दुग्ध संघों को दूध एवं दुग्ध बिक्री के लक्ष्य आवंटित करते हुए शत-प्रतिशत पूर्ति कराई जाए

तथा इसकी 6 माह उपरांत प्रगति से अवगत कराया जाए।

जनपद देहरादून, ऊधमसिंह नगर एवं हरिद्वार में दुग्ध विक्रय की अपार संभावनाओं के दृष्टिगत कार्य योजना के साथ कार्य किया जाए।

शीतकालीन यात्रा एवं आगामी यात्रा सीजन के दृष्टिगत आंचल की मार्केटिंग व ब्रांडिंग करते हुए कार्य किया जाए

तथा नए दुग्ध उत्पाद तीर्थ यात्रियों को उपलब्ध कराए जाएं।

दुग्ध संघों में कार्यरत ऐसे कार्मिक जिनके द्वारा कार्य संतोषजनक नहीं किया जा रहा है,

उनके विरुद्ध चेतावनी पत्र जारी करते हुए संबंधित प्रबंधक द्वारा कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

 बैठक में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:

डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम, सचिव, डेरी, उत्तराखण्ड शासन
अपर सचिव, डेरी, उत्तराखण्ड शासन
उप सचिव, डेरी, उत्तराखण्ड शासन
निदेशक, डेरी विकास, उत्तराखण्ड
प्रबंध निदेशक, यू.सी.डी.एफ.
समस्त सहायक निदेशक, डेरी विकास, उत्तराखण्ड
प्रदेश अन्तर्गत संचालित समस्त दुग्ध संघों के अध्यक्ष एवं प्रबंधक/प्रधान प्रबंधक