देहरादून,18 मार्च 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के एंटी हाइजैकिंग नियंत्रण कक्ष Anti Hijacking Control Room में एयरपोर्ट एरोड्रोम कमेटी की पहली बैठक उत्तराखंड की विशेष सचिव गृह रिद्धिम अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई.
इस बैठक में, आकस्मिक विमान अपहरण की स्थिति से निपटने और उसके त्वरित समाधान पर विस्तृत चर्चा की गई.
एयरपोर्ट अथॉरिटी के निदेशक प्रभाकर मिश्र सहित कई संबंधित विभागों के अधिकारियों ने एंटी हाइजैकिंग के दौरान आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए सुझाव और उपाय साझा किए.
इसके साथ ही, परीक्षण और स्मोक ड्रिल भी की गई.
मॉक ड्रिल:
मॉक ड्रिल में, एक नकली विमान का अपहरण किया गया.
सेना, एयरफोर्स, अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों
और कर्मचारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नियोजित एंटी हाइजैकिंग योजना के तहत विमान को सुरक्षित छुड़ाने की प्रक्रिया को अंजाम दिया.
इस अभ्यास का उद्देश्य विभिन्न विभागों के बीच समन्वय को मजबूत करना
और किसी भी आपात स्थिति के लिए तत्पर रहना था.
भाषा विशेषज्ञ किये शामिल
बैठक में, दून विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मधुरेन्द्र झा को चीनी भाषा के विशेषज्ञ के रूप में और उत्तराखंड उर्दू अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. अफ़ज़ल मंगलोरी को उर्दू भाषा के विशेषज्ञ के रूप में समिति में शामिल किया गया.
इस बैठक और स्मोक एक्सरसाइज में सीआईएसएफ के डिप्टी कमांडेंट एनपीएस मुंग, सेना से ब्रिगेडियर हरीश सोनी, लेफ्टिनेंट कर्नल आईके गुरुंग, एयरफोर्स से नीरज शर्मा, स्टेशन मैनेजर आरती शर्मा, एयर इंडिया के स्टेशन हेड आशीष कुमार,आईबी से अशोक सती,उप निदेशक बीसीएएस मनीष कुमार, मुख्य सुरक्षा अधिकारी विपिन यादव अमित कुमार और अन्य अधिकारी शामिल थे.
यह बैठक और मॉक ड्रिल हवाई अड्डे की सुरक्षा को मजबूत करने और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयारियों को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.