बिहार की नीतीश कुमार सरकार बहुमत परीक्षण में पास हो गई है। सरकार ने विधानसभा में विश्वासमत जीत लिया है। 243 सीटों वाली विधानसभा में सरकार के पक्ष में 160 वोट पड़े। सरकार को बहुमत के लिए 122 वोट की जरूरत थी। इस दौरान कुछ भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट भी किया।
विधानसभा में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा को जमकर घेरा
इससे पहले विधानसभा में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि 2020 में हमने कहा था कि ज्यादा सीट आप जीते हैं तो आपका मुख्यमंत्री बनना चाहिए। लेकिन मुझ पर दवाब दिया गया कि आप ही संभालिए। हमारी पार्टी के लोगों ने तय किया, तो हम जहां पहले थे, वहां चले गए।
सीएम नीतीश ने कहा कि अब हमारा संकल्प है कि हम मिलकर बिहार का विकास करेंगे। हमें देश भर की पार्टियों के लोगों ने फोन कर कहा कि आपने सही निर्णय लिया है। हमने कहा कि सब मिल कर लड़ेंगे तो 2024 भी जीतेंगे। दिल्ली से कुछ काम नहीं हो रहा सिर्फ प्रचार हो रहा है, लोगों की आय घट रही है।
इस दौरान बिहार भाजपा के कुछ विधायकों ने राज्य विधानसभा से वॉकआउट किया
इस दौरान बिहार भाजपा के कुछ विधायकों ने राज्य विधानसभा से बहिर्गमन (वॉकआउट) किया। इस पर विधानसभा में बिहार के सीएम ने कहा कि आप (भाजपा विधायक) सब भाग रहे हैं? अगर आप मेरे खिलाफ बातें करेंगे तो ही आपको अपनी पार्टी में पद मिलेगा। आप सभी को अपने वरिष्ठ आकाओं से आदेश मिला होगा।
उन्होंने कहा कि सिर्फ 2020 के विधानसभा चुनाव की बात मत करो, अतीत के चुनावों को याद करें जब जद (यू) ने भाजपा से अधिक सीटें जीती थीं। पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा देने का मेरा अनुरोध स्वीकार नहीं किया गया। 2017 में जब मैंने पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा देने की मांग की, तो किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। अब आप (केंद्र सरकार) अपने काम का बखान करने के लिए ऐसा ही करेंगे। सोशल मीडिया और प्रेस पर उनका नियंत्रण है। सब सिर्फ केंद्र के काम की चर्चा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमने (राजद और जदयू) बिहार के विकास के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया है। देश भर के नेताओं ने मुझे फोन किया और इस फैसले पर बधाई दी और मैंने उन सभी से 2024 के चुनाव में एक साथ लड़ने का आग्रह किया।