सोमवार को राज्य में 389 नए कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने से कुल मरीजों की संख्या 10021 हो गई। सोमवार को नौ कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत भी हुई जिससे कुल मरने वालों की संख्या 134 पहुंच गई है। स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार हरिद्वार में 178, यूएस नगर में 110, देहरादून में 41, नैनीताल में 25, अल्मोड़ा में छह, चमोली में छह, चम्पावत में तीन, पिथौरागढ़ में दस, रुद्रप्रयाग में एक, टिहरी में सात और उत्तरकाशी के दो मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।
सोमवार को हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में भर्ती छह मरीजों की मौत हो गई। जबकि दो मरीजों ने एम्स ऋषिकेश जबकि एक मरीज ने महंत इंद्रेश अस्पताल में दम तोड़ा। राज्यभर से कुल 5140 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए जबकि 7700 के करीब मरीजों की रिपोर्ट लैब से आई। बुलेटिन के अनुसार 10630 मरीजों की जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है। राज्य में कोरोना मरीजों के दोगुना होने की दर 23 दिन, संक्रमण दर तकरीबन पांच प्रतिशत जबकि मरीजों के ठीक होने का प्रतिशत 62 प्रतिशत है। पूरे राज्य में 479 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं।
राज्य में कोरोना का पहला मरीज 15 मार्च को मिला था। तब से लेकर 149 दिनों में मरीजों की संख्या एक से बढ़कर 10 हजार के पार पहुंच गई है। राज्य में पहले एक हजार मरीज मिलने में 80 दिन का वक्त लगा। जबकि अगले नौ हजार मरीज मिलने में महज 69 दिन ही लगे। पहले पांच हजार मरीज 130 दिनों में सामने आए। जबकि अगले पांच हजार मरीज महज 19 दिनों में मिले हैं।
हरिद्वार जिले में सबसे अधिक 2289 मरीज
राज्य में सबसे अधिक 2289 मरीज हरिद्वार जिले में है। जबकि देहरादून जिला 2072 मरीजों के साथ दूसरे और 1833 मरीजों के साथ यूएस नगर जिला तीसरे स्थान पर है। हरिद्वार जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या एक हजार के पार हो गई है। जबकि पूरे राज्य में 3547 एक्टिव मरीज हैं। अभी तक 6301 मरीज ठीक होकर अस्पतालों से घर जा चुके हैं।
राज्य में अभी तक दो लाख लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है। जिसमें से 10 हजार 21 लोग पॉजिटिव जबकि एक लाख 90 हजार के करीब लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। कुल दो लाख 18 हजार से अधिक लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। इसमें से 10 हजार की रिपोर्ट आना अभी बाकी है।