देहरादून,16 फरवरी 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड यूं भी “देवभूमि” यानि देवताओं की भूमि के रूप में देश-दुनिया में जाना जाता है.
कारज सिद्ध करने को देवताओं का सहारा लिया जाता है.
ऐसा भी कहा जाता है कि अमुक के पीछे देवता लगा दिया गया.
यहां आम जनता भी अपनी पीड़ा शमन के लिए “गोलू देवता” की शरण में जाती रहती है.
राजसत्ता से ईश्वरीय सत्ता की शरण
अब ऐसा ही कुछ मामला डोईवाला के दूधली का है.
जहां मार्ग चौड़ीकरण को लेकर आम जनता मुख्यमंत्री की घोषणा और तमाम जनप्रतिनिधियों के दावों और वायदों से उकता गयी है.
जिसके बाद उन्हें ईश्वरीय सत्ता की शरण में जाना पड़ा है.
जहां उन्होंने प्रदेश की सरकार की बुद्धि के शुद्धिकरण के लिए ईश्वर का आहवान किया.
डोईवाला-दूधली मार्ग के चौड़ीकरण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने आज शिव मंदिर में एक बुद्धि-शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया.
जिसमें वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अग्नि देवता को हविष्य दिया गया.
जिसमें उत्तराखंड सरकार को ईश्वर के द्वारा सद्बुद्धि प्रदान करने की प्रार्थना की गयी.
जिससे वह ग्रामीणों की पीड़ा को समझ सकें व्यापक जनहित में डोईवाला-दूधली मार्ग का चौड़ीकरण करें.
आज इस बुद्धि शुद्धि यज्ञ में जिला पंचायत सदस्य टीना सिंह, ग्राम प्रधान शहर ज्याला, क्षेत्र पंचायत सदस्य मीणा जमीवाल, पूर्व प्रधान वीरेंद्र थापा ,पूर्व प्रधान सुनील दत्त ,पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य रफल सिंह, रंजन पांडे ,उमेश पांडे ,अर्जुन कुमार, माधव सिंह ,शंकर सिंह कन्याल ,गोविंद खोलिया ,विवेक बोरा ,प्रेम खत्री ,किशोर धीमान ,सुरेंद्र राणा आदि उपस्थित थे.