यूपी के बलरामपुर में एक प्राथमिक स्कूल पर हाईटेंशन तार से करंट पहुंचने से 51 से बच्चे झुलस गए है। सभी को उतरौला के निजी अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है। बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। घटना स्थानीय शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नयानगर में सोमवार सुबह साढ़े 10 बजे हुई है। आलाधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर बच्चों का हाल जाना है।
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह साढ़े 10 बजे अचानक हरे व भीगे वृक्षों के जरिए उतरा हाईवोल्ट करंट विद्यालय भवन में फैल गया। सभी छात्रों ने कमरे के बाहर चप्पल उतारकर टाटपट्टी व बोरे पर बैठे थे। शरीर में झनझनाहट महसूस होने पर विद्यालय में भगदड़ मच गई। इस स्कूल में करीब 110 छात्र पंजीकृत हैं। सोमवार को लगभग 60 छात्र विद्यालय पढ़ने आए थे। विद्यालय परिसर में वर्षा का पानी भरा हुआ है।
करंट का झटका लगने से अधिकांश छात्र हुए बेहोश
बच्चे उठते ही करंट का झटका खाकर जमीन पर गिर जाते थे। शिक्षिकाएं कुछ समझ नहीं पा रही थी। करंट का झटका लगने से अधिकांश छात्र कुछ ही देर में बेहोश हो गए। सहायक अध्यापिका रिचा सिंह, शैलजा व शिक्षामित्र अमिता वर्मा ने शोच मचाया। अध्यापिकाओं ने चप्पल पहन रखी थी इसलिए करंट का असर नहीं हुआ। रिचा ने बताया कि पावर हाउस को फोन किया गया लेकिन रिसीव नहीं हुआ। करीब आधे घंटे बाद बात हुई तक जाकर बिजली कटी। शोर सुनकर दौड़े अभिभावकों ने बच्चों को विद्यालय भवन से बाहर निकाला।
करीब 51 बच्चों के पैर आंशिक रूप से झुलस गए थे। सूचना देकर एम्बुलेंस बुलवाया। छात्र-छात्राओं को एम्बुलेंस व निजी वाहनों से उतरौला नगर पहुंचाया गया। 22 बच्चों को साजिदा हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं 29 छात्र सीएचसी उतरौला में भर्ती हैं। सभी की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। बच्चों को बेहोशी की हालत में देखकर अभिभावक आक्रोशित हो गए। सूचना पाकर क्षेत्रीय विधायक रामप्रताप वर्मा, सदर विधायक पल्टूराम, सीओ मनोज यादव, बीएसए हरिहर प्रसाद, बीईओ रामू प्रसाद व प्रभारी निरीक्षक अवधेश राय अस्पताल पहुंचे। बीएसए ने बताया कि सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर है। मामले की जानकारी जिलाधिकारी को दी गई है।