देहरादून,25 मार्च 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने आज निजी स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी फीस वृद्धि और महंगी किताबों की बिक्री के विरोध में उप जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
मुख्य मांगें और चिंताएं
शैलबाला ममगाईं का बयान
पार्टी की महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष शैलबाला ममगाईं ने शिक्षा की बदलती परिस्थितियों पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा,
“शिक्षा एक मौलिक अधिकार है, लेकिन वर्तमान में यह एक व्यावसायिक गतिविधि बनती जा रही है।”
प्रमुख आरोप
निजी स्कूल मनमाने तरीके से फीस बढ़ा रहे हैं
मध्यम और गरीब वर्ग के परिवारों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है
माता-पिता की सहमति के बिना फीस में वृद्धि
पार्टी नेताओं की मांगें
संजय डोभाल (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) ने कहा:
“फीस वृद्धि के लिए पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जाए जिसमें माता-पिता की सहमति अनिवार्य हो।”
विनोद कोठियाल (प्रदेश प्रचार सचिव) ने सरकार से गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए विशेष आर्थिक सहायता योजना शुरू करने की मांग की
सरकार से प्रमुख मांगें
फीस नियंत्रण कानून लागू किया जाए.
स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वृद्धि पर रोक लगाई जाए.
शिक्षा को सस्ता और सुलभ बनाया जाए.
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेता
इस अवसर पर शैलबाला ममगाईं, संजय डोभाल, विनोद कोठियाल जे पी भट्ट, सत्येंद्र चौहान, मनीष बडोनी, पूनम सेमवाल, सृष्टि कार्यकर्ता शामिल थे.
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने स्पष्ट संदेश दिया है कि शिक्षा को एक व्यावसायिक गतिविधि नहीं, बल्कि एक मौलिक अधिकार के रूप में देखा जाना चाहिए