देहरादून,15 फरवरी 2025, (रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर है।
प्रमुख सचिव ऊर्जा डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने शनिवार को मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया
कि स्मार्ट मीटर की स्थापना से बिजली उपभोक्ताओं की रीडिंग
और बिलिंग संबंधित शिकायतों में उल्लेखनीय कमी आएगी।
महत्वपूर्ण बिंदु:
स्मार्ट मीटर की स्थापना पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा
उपभोक्ताओं को मिलेगी रियल-टाइम खपत की जानकारी
प्री-पेड मीटर पर घरेलू उपभोक्ताओं को 4% और अन्य श्रेणी के उपभोक्ताओं को 3% की छूट
जून 2026 तक 15.88 लाख उपभोक्ताओं के मीटर बदले जाएंगे
डॉ. सुंदरम ने बताया कि स्मार्ट मीटर एक अत्याधुनिक तकनीक है,
जिसका नियंत्रण पूरी तरह से उपभोक्ता के हाथ में रहेगा।
“यह राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम है,
जो भारत सरकार के सहयोग से सभी राज्यों में क्रियान्वित किया जा रहा है,” उन्होंने कहा।
स्मार्ट मीटर के प्रमुख लाभ:
मीटर रीडिंग में मानवीय हस्तक्षेप समाप्त
मोबाइल एप पर बिजली खपत की जानकारी
बिजली फॉल्ट की तत्काल सूचना
रूफटॉप सोलर के लिए नेट मीटरिंग की सुविधा
विशेष रूप से, मुख्यमंत्री के निर्देश पर मंत्रिगणों, विधायकों और अधिकारियों के आवासों पर स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान प्राथमिकता से शुरू किया जाएगा।
योजना के तहत 59,212 ट्रांसफार्मर और 2,602 फीडर के मीटर भी बदले जाएंगे।
डॉ. सुंदरम ने यह भी स्पष्ट किया कि छुट्टियों के दिनों में या रात में बैलेंस समाप्त होने की स्थिति में भी बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होगी।
उपभोक्ता घर बैठे मोबाइल एप या ऑनलाइन माध्यम से रिचार्ज कर सकेंगे,
जिससे बिल पर लगने वाले ब्याज या विलंब शुल्क से बचा जा सकेगा।