प्रदेष के बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की चोटियां बर्फ से लकदक हैं। नैनीताल और मसूरी के आसपास की पहाड़ियां भी बर्फ से सफेद हो गईं। वहीं निचले इलाकों में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। देहरादून जिले के विकासनगर क्षेत्र में तेज हवा से बिजली भी गिर रही। मौसम विभाग के अनुसार रविवार से मौसम कुछ राहत देगा।
उत्तरकाशी जिले की गंगा और यमुना घाटी रुक-रुक कर बर्फ गिर रही है। वहीं चमोली में बदरीनाथ के अलावा हेमकुंड साहिब और औली के आसपास अच्छा हिमपात हुआ है। ताजा बर्फबारी से केदारनाथ में रास्ता साफ कर रही प्रशासन की टीम के सामने फिर से चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अभी प्रदेश में मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। पहाड़ से लेकर मैदान तक कई जगह बारिश हो सकती है। इसके अलावा 2200 मीटर की ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी की भी संभावना है।
सीएम का हेलीकॉप्टर गैरसैंण से नहीं भर सका उडान
प्रदेशभर में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। ऐसे में बारिश और बर्फबारी के कारण हेली सेवाओं पर भी असर पड़ रहा है। खराब मौसम के चलते सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का हेलीकॉप्टर गैरसैंण से उडान नहीं भर सका। सीएम को भराड़ीसैंण से देहरादून आना था, लेकिन मौसम ने उन्हें उड़ान नहीं भरने दी। घंटों इंतजार करने के बाद सीएम सड़क मार्ग से गौचर रवाना हो गए। देहरादून में भाजपा कार्यकर्ता दिनभर सीएम के दून पहुंचने और उनका स्वागत करने का इंतजार करते रहे।
मसूरी में तेज हवाओं के साथ शुरू हुई मूसलाधार बारिश से कड़ाके की ठंड लौट आई। वहीं धनोल्टी, सुरकंडा, कद्दूखाल और नागटिब्बा में एक बार फिर जोरदार हिमपात हुआ। जिससे पूरी यमुना और अगलाड़ के साथ भद्री घाटियां शीत की चपेट में आ गई हैं। यह धनोल्टी में सीजन का 15वां हिमपात है। धनोल्टी में 6 इंच तो सुरकंडा मे 6 से 10 इंच हिमपात हुआ है। उधर, चकराता में अच्छी बर्फबारी हुई है। लोखंडी और आसपास की चोटियां बर्फ से ढक गई हैं। वर्ष 2017 में चार व आठ मार्च, जबकि वर्ष 2018 में भी चार मार्च को मसूरी व धनोल्टी में हिमपात हुआ था।