रविवार को इस्टर के मौके पर श्रीलंका सीरियल बम धमाकों से दहल गया। राजधानी कोलंबो समेत कई जगहों पर हुए सीरियल बम धमाकों में 156 लोगों के मारे जाने की खबर है। सुबह से लेकर अबतक 8 धमाके हो चुके हैं। जानकारी अनुसार इससे पहले सातवां धमाका दक्षिणी कोलंबो के देहिवाला में एक होटल में हुआ है, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई।
खबरों के अनुसार श्रीलंका के पुलिस प्रमुख ने 10 दिन पहले ही देश भर में आत्मघाती हमलो को लेकर अलर्ट जारी किया था। अलर्ट में कहा गया था कि आत्मघाती हमलावर प्रमुख चर्चों को निशाना बना सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंकाई कट्टरपंथी समूह नेशनल थोहिथ जमात (छज्श्र) प्रमुख चर्चों के साथ-साथ कोलंबो में भारतीय उच्चायोग को निशाना बनाते हुए आत्मघाती हमलों को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं। बता दें कि नेशनल थोहीथ जमात श्रीलंका में एक कट्टरपंथी समूह है, जिसने पिछले साल बौद्ध प्रतिमाओं को विध्वंस किया था।
3 चर्च समेत 6 जगहों को बनाया निशाना
बताया जा रहा है कि इस दौरान 3 चर्च समेत 6 जगहों को निशाना बनाया गया। इसाइयों को निशाना बनाते हुए चर्च में हुए इन धमाकों में 156 लोगों के मारे जाने और 400 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि विस्फोटों में अब तक कोलंबो में 42, नेगोंबो में 60 और बट्टिकालोआ में 27 लोग मारे गए हैं।
देश में आखिरी बार बड़ा हमला साल 2006 में हुआ था। आज से 13 साल पहले 16 अक्टूबर 2006 को दिगमपटाया नरसंहार में करीब 112 लोगों की हत्या की गई थी। लिट्टे से जुड़े उग्रवादियों ने श्रीलंकाई सेना को निशाना बनाकर एक ट्रक को सेना की 15 गाड़ियों के काफिले में घुसा दिया था।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने आपात बैठक बुलाई। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने धमाकों पर शोक जताते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियोँ को जल्द जांच कर हमले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है।