रुद्रप्रयाग,2 मई ,2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : विश्वप्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंगShri Kedarnath Dham के कपाट आज शुक्रवार को विधि-विधान से खुल गए.
इस ऐतिहासिक पल के साक्षी स्वयं Chief Minister Pushkar Singh Dhami भी बने.
कपाट खुलने के पश्चात मुख्यमंत्री ने केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना कर प्रदेश में सुख, समृद्धि और शांति की कामना की.
उल्लेखनीय है कि केदारनाथ धाम में इस वर्ष की सबसे पहली पूजा Prime Minister Narendra Modi के नाम पर सम्पन्न हुई.
मंत्रोच्चारण, ‘हर हर महादेव’ के पवित्र उदघोष और सेना के ग्रेनेडियर रेजीमेंट के बैंड की भक्तिमय धुनों के बीच बाबा केदार के कपाट ठीक सुबह 7 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए.
कपाट खुलने के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि न केवल राज्य बल्कि संपूर्ण देश को इस पल का बेसब्री से इंतजार रहता है.
Shri Kedarnath Dham सनातन धर्म के अनुयायियों की धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र होने के साथ-साथ भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का भी जीवंत प्रतीक है.
मुख्यमंत्री ने इस अवसर को राज्य के लिए एक उत्सव का समय बताया और बाबा केदार से सभी तीर्थयात्रियों की मंगलमय यात्रा के लिए प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बाबा केदार के धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हर वर्ष बढ़ रही है और उनके आशीर्वाद से इस वर्ष की चारधाम यात्रा भी नए कीर्तिमान स्थापित करेगी।
उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा चारधाम यात्रा के सुव्यवस्थित और सफल संचालन के लिए की गई सभी व्यवस्थाओं की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि सरकार श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और सुगमता के लिए हर आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित कर रही है।
उन्होंने उत्तराखंड के सभी निवासियों से देश और दुनिया से आने वाले अतिथियों का आत्मीयता और सेवा भाव से स्वागत करने का आह्वान किया।
श्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बाबा केदारनाथ का अनन्य भक्त बताते हुए कहा कि 2013 की आपदा के बाद उनके नेतृत्व में ही केदार नगरी के पुनर्निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ।
उन्हीं के मार्गदर्शन में आज केदारनाथ परिसर का दिव्य और भव्य निर्माण कार्य संभव हो पाया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री के उस कथन को भी याद दिलाया जिसमें उन्होंने केदारनाथ की भूमि से 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखंड का दशक बताया था
और कहा कि राज्य सरकार उनके vision को साकार करने के लिए निरंतर विकास के नए आयाम स्थापित कर रही है।
108 क्विंटल से ज्यादा फूलों से सजाया गया बाबा केदार का धाम
कपाट के उद्घाटन के लिए केदारनाथ मंदिर की भव्य सजावट की गई थी।
मंदिर को 108 क्विंटल से भी अधिक विभिन्न प्रकार के सुगंधित फूलों से सजाया गया था।
इस भव्य सजावट के बीच जैसे ही मंदिर के कपाट खुले,
हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई, जिसे देखकर श्रद्धालु भावविभोर हो गए।
धार्मिक परम्परा अनुसार कपाट खुलते ही हुई विशेष पूजा अर्चना
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ से विभिन्न पड़ावों से होते हुए श्री केदारनाथ धाम पहुंची थी।
कपाट खुलने की प्रक्रिया आज सुबह पांच बजे से शुरू हुई।
प्रातः 6 बजे श्री केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग, पुजारी बागेश लिंग, विधायक केदारनाथ आशा नौटियाल, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, तीर्थ पुरोहित श्रीनिवास पोस्ती, धर्माचार्यों, वेदपाठीगणों और भैरव नाथ के अरविंद शुक्ला ने पूरब द्वार से मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किया और द्वार की पूजा-अर्चना में शामिल हुए।
देवी-देवताओं का आह्वान कर जन कल्याण की कामना और संकल्प के साथ ही ठीक प्रातः सात बजे श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए।
इसी समय मंदिर का मुख्य दक्षिण द्वार भी खुल गया।
कपाट खुलने के इस पावन अवसर पर मुख्यमंत्री गीता धामी, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, मुख्य कार्याधिकारी बीकेटीसी विजय प्रसाद थपलियाल, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे, मंदिर समिति प्रभारी अधिकारी/सहायक अभियंता गिरीश देवली, केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी धर्माधिकारी औंकार शुक्ला वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, पुजारी बागेश लिंग, वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल, यशोधर मैठाणी, विश्व मोहन जमलोकी, देवानंद गैरोला, विपिन तिवारी, कुलदीप धर्म्वाण, प्रकाश पुरोहित, उमेश शुक्ला सहित बड़ी संख्या में तीर्थ पुरोहित, हकहकूकधारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।