देहरादून के नए जिलाधिकारी आर राजेश कुमार ने मंगलवार को विधिवत पूजा अर्चना के बाद पदभार ग्रहण किया। मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के सतत् क्रियान्वयन कर मुख्यमंत्री के कौशल विकास योजना से अधिकतम लोगों को स्वरोजगार देने की उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को सृदृढ़ करने के साथ ही मानसून के दौरान आइआरएस सिस्टम को अलर्ट रख कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि जनपद के चकराता, त्यूणी, कालसी जैसे दुर्गम स्थलों पर खाद्यान का संकट न हो इसके लिए गोदामों में खाद्यान की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि जन समस्याओं का त्वरित गति से समाधान करने का पूरा प्रयास किया जाएगा तथा जिन समस्याओं का समाधान शासन स्तर पर होना है ऐसे समस्याओं के निदान के लिए सीएम डेशबोर्ड का सहारा लिया जाएगा।
जिला प्रशासन द्वारा अच्छी कार्यशैली विकसित करने का प्रयास
उन्होंने कहा कि जनता से मधुर व्यवहार करने के लिए सभी जिला स्तरीय अधिकारियों ध्कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे तथा किसी भी प्रकार के दुर्व्याहार को सहन नही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को साथ लेकर जिला प्रशासन द्वारा अच्छी कार्यशैली विकसित करने का प्रयास किया जाएगा। डेंगू व आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में राज्य सरकार की ओर से जारी एसओपी का पूर्णरूप से परिपालन सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। इस के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही कोरोना काल में मानवजीवन को बचाना भी नितांत आवश्यक है।
बता दें कि जिलाधिकारी डा आर राजेश कुमार 2007 बैच के प्रशासनिक अधिकारी हैं तथा मूलतः तमिलनाडू के रहने वाले है। सिविल सर्विसेज से पूर्व वेटनरी चिकित्सक के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके है। इससे पूर्व वह उत्तरकाशी एवं पिथौरागढ़ में मुख्य विकास अधिकारी एवं जिलाधिकारी के पद कार्य कर चुके है। वर्तमान में शासन स्तर कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि राजधानी का जिलाधिकारी होने के कारण उनके समक्ष कई चुनौतियां भी हैं। इसके लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों से सहयोग प्राप्त कर हर चुनौती का सामना किया जाएगा।