प्रदेश में स्नातक-स्नातकोत्तर की परीक्षाएं जुलाई में होंगी। तब तक लाॅकडाउन खत्म नहीं हुआ तो सरकार ओपन बुक प्रणाली व ऑनलाइन परीक्षा पर भी विचार करेगी। प्रदेश के सरकारी-अशासकीय डिग्री कॉलेजों में अध्ययनरत 1.32 लाख छात्रों की वार्षिक व सेमेस्टर परीक्षाएं जुलाई में होंगी। उच्च शिक्षा विभाग के अनुसार कॉलेजों में करीब 70 प्रतिशत तक पाठ्यक्रम पूरा कर लिया गया है।
इस हफ्ते तक कुल 55ः छात्र ऑनलाइन पढ़ाई से जुड़ चुके हैं। इसलिए विभाग ने मई में ऑनलाइन तरीके से ही पढ़ाई पूरी कराने का लक्ष्य रखा है ताकि कॉलेज खुलने पर परीक्षा फार्म भरवाते हुए, परीक्षा शुरू करवाई जा सके। विभाग इसके लिए जुलाई में एक महीने के भीतर परीक्षा आयोजित करवाने की तैयारी कर रहा है।
गर्मियों की छुट्टियों को होंगी कम
शिक्षा विभाग प्रथम चरण में स्नातक-स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की परीक्षा पहले करवाएगा। परीक्षा मूल्यांकन में लगने वाले समय व इसके बाद होने वाली गर्मियों की छुट्टियों को कम किया जाएगा। विभाग सत्र को बहुत ज्यादा पीछे खिसकाने को तैयार नहीं है। इधर, विभाग ने कुछ शिक्षकों द्वारा छात्रों को नोट्स देने के लिए किताबों की फोटोखींचकर भेजे जाने पर रोक लगा दी है। पिछले दिनों ऐसी शिकायत आई थी कि कुछ मामलों में शिक्षकों ने बुक्स की फोटो खींचकर, छात्रों को वाट्सएप कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ दिया।