मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार आंदोलकारियों के सपनों को साकार करने का प्रयास कर रही है। इस बीच मुख्यमंत्री राज्य आंदोलनकारियों से भी मिले, जहां आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री को मांगपत्र सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद उत्तराखंड ने बहुत प्रगति की है। सबसे बड़ी बात राज्य गठन के बाद यह हुई कि विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री से जनता सीधे संवाद कर सकती है। इसके साथ ही राज्य ने कई अन्य मायनों में भी काफी तरक्की की है।
हंसा ग्रुप के कलाकारों ने झुमैलो आदि सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर सभी का मन मोहा। राज्य आंदोलनकारियों ने भी डांस, गीत प्रस्तुत किए। बच्चों ने भी मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाई। राज्य आंदोलनकारियों ने एक स्वर में कहा कि राज्य के विशेषकर पहाड़ी नौ जिलों में बेहतर व्यवस्था बनाने और शहीदों को न्याय दिलाने का मूल मकसद होना चाहिए।
गढ़वाली गीतों पर झूमे विधायक जोशी
सांस्कृतिक कार्यक्रम में गढ़वाली गीतों पर विधायक जोशी भी राज्य आंदोलनकारियों के साथ खूब झूमे। इस दौरान बच्चों ने भी विधायक के साथ नृत्य किए। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच ने राज्य आंदोलन में योगदान और निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले 30 व्यक्तियों को स्मृति चिह्न और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। मंच अध्यक्ष जगमोहन नेगी ने कहा कि आगे भी इसे बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा।