नशे के खिलाफ उत्तराखंड महिला मंच ने चलाया अभियान

0
460

रविवार को मुखानी चैराह के पास स्थित देवगिरी लॉन में गोष्ठी का शुभारंभ ‘उत्तराखंड मातृभूमि’ गीत गा कर किया गया। मुख्य वक्ता डा. युवराज पंत ने कहा कि नए तरह का नशा स्मैक छोटे बच्चों को बुरी तरह से अपनी गिरफ्त में ले रहा है। उन्होंने कहा कि परिजनों को जैसे ही अपने बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन दिखे उन्हें तुरंत डाक्टर की सहायता लेनी चाहिए। नशे के खिलाफ उत्तराखंड महिला मंच का अभियान जारी है।

पोस्टर प्रतियोगिता के बाद अब मंच ने नशे के कारण व निवारण विषय पर गोष्ठी करायी। मुख्य अतिथि एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने कहा कि पुलिस ने कुछ माह में स्मैक बेचने वाले करीब 110 से ज्यादा लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है लेकिन यह काफी नहीं है। हर व्यक्ति को समाज को बेहतर बनाने के लिए अपने स्तर पर प्रयास करने होंगे।

नशे के पीछे की राजनीति को समझना होगा

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डा. उमा भट्ट ने कहा कि नशे के पीछे की राजनीति को समझना होगा तभी इसका सही हल तक हम पहुंच पाएंगे। महिला मंच की ममता पंत ने कहा कि शहर में बढ़ते नशे के चलते हिंसक गतिविधियां बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि 10 से ज्यादा महिलाए जो नशे के चलते पीड़ित थी उनको मंच के माध्यम से पुलिस तक पहुंचाया गया। नशा माफिया पर अंकुश लगाने की बात कही। पोस्टर प्रतियोगिता की जज अनिता शर्मा ने कहा कि बच्चों ने अपनी भावनाएं पोस्टर पर उकेरी, उनके लिए काफी मुश्किल था पोस्टर को पुरस्कार के आधार पर बांटा।

महिला मंच की माया चिलवाल ने मंच के उद्देश्य के बारे में बताया। कार्यक्रम की आयोजक निर्मला सूरी ने ऐसे कार्यक्रमों के और आयोजन पर जोर दिया। कार्यक्रम का संचालन मंजू सिजवाली ने किया।

नशे के विषय पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार डीएवी स्कूल की प्राची पंत, केवीएम स्कूल की जुनेराह नूर और तृत्तीय पुरस्कार सिंथिया स्कूल की दिव्यांशी को दिया गया। एमबी इंटर कॉलेज के अरबाज अंसारी, व्हाइट हॉल स्कूल के सुदर्शन गहतोड़ी समेत कई बच्चों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।

LEAVE A REPLY