आबादी में घुसे गुलदार से ग्रामीणों में दहशत

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रानीखेत में ताड़ीखेत के पपनै कोठार गांव में गुलदार ने आबादी क्षेत्र में ग्रामीण पर हमला बोल दिया। उसे गंभीर हालत में गोविंद सिंह माहरा नागरिक चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। विकासखंड के समीपवर्ती गांव में गुलदार की धमक तेज हो गई है। जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। कुछ माह पूर्व गुलदार ने तिमला डिग्गी के समीप बालिका पर झपट्टा मार दिया था। वहीं शुक्रवार देर शाम ओएमपीसी फैक्ट्री से ड्यूटी कर घर लौट रहे भुवन चंद पुत्र प्रेम राम पर हमला कर दिया। तेजी से झपट्टा के कारण फैक्ट्री श्रमिक पैदल रास्ते से नीचे खेत में जा गिरा। इस बीच गुलदार ने उसपर दोबारा झपट्टा मार लिया।

घायल ग्रामीण की चीख पुकार सुन आसपास के लोग मौके की ओर दौड़े तो गुलदार उसे छोड़कर वहां से भाग गया। घायल के भाई रमेश चंद्र और ग्रामीणों ने उसे गंभीर हालत में गोविंद सिंह माहरा नागरिक चिकित्सालय में भर्ती कराया। चिकित्सकों के अनुसार घायल की हालत खतरे से बाहर है। वहीं तिमला डिग्गी व पपनै कोठार गांव के ग्रामीणों ने वन विभाग से लगातार बढ़ रहे गुलदार के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग की है।

वृद्धा को गुलदार ने बनाया अपना निवाला

चैखुटिया में विकास खंड अंतर्गत गजार गांव निवासी एक वृद्धा को गुलदार ने निवाला बना लिया। बताया गया है वह कि कुछ दिन पूर्व घर से अपनी बेटी के ससुराल ग्वाली गांव लिए निकली थी। वृद्धा का शव क्षत-विक्षत हालत में शनिवार को बाखली व बसकनियां से सटे जंगल मे पड़ा मिला। सहमति के बाद देर शाम को परिजन शव को घर को ले गए हैं।

बताया गया है कि गजार निवासी लछिमा देवी 90 वर्ष पत्नी माधो सिंह गत रविवार दोपहर घर से अपनी बेटी के ससुराल ग्वाली गांव के लिए निकली, लेकिन वह बेटी के पास नहीं पहुंची। दो तीन दिन बाद वृद्धा के परिजनों को इसकी खबर लगी तो उनकी चिंता बढ़ गई तथा खोजबीन में जुट गए। सभी संभावित स्थानों पर खोजबीन के बाद भी जब वृद्धा का सुराग नहीं लगा तो ग्रामीणों ने जंगल में तलाश शुरू कर दी।

शनिवार को शव क्षत-विक्षत हालत में बाखली व बसकनियां गांवों से सटे जंगल में पड़ा मिला। समझा जा रहा है कि बेटी के गांव जाते बख्त लछिमा देवी को रास्ते में गुलदार ने झपटा मारकर अपना निवाला बना लिया। जो वृद्धा के शरीर को 60 फीसद खा चुका था। चेहरा भी भली प्रकार पहचाना नहीं जा रहा था। बेटी की सहमति पर परिजन अंतिम संस्कार के लिए शाम को घर ले आए हैं। इस दौरान बेटा कमल सिंह ने कहा कि वे इस मामले में कार्रवाई नहीं चाहते हैं।

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