सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तेलंगाना के जहीराबाद में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अगर यूपीए सत्ता में आता है तो वह जीडीपी का छह फीसदी शिक्षा पर खर्च करेगा। चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर आप टीआरएस को वोट देते हैं तो इसका मतलब है कि आप बीजेपी और आरएसएस को वोट दे रहे हो। टीआरएस और भाजपा के बीच साझेदारी है, रिमोट कंट्रोल नरेंद्र मोदी के हाथों में है। बीजेपी के खिलाफ केवल कांग्रेस लड़ रही है, टीआरएस नहीं, ये बात पूरा देश जानता है।
राहुल गांधी ने कहा कि हमने घोषणा पत्र में कह दिया है कि अगर कोई युवा बिजनेस खोलना चाहता है तो उसे रिश्वत देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। युवा को बिजनेस खोलने के लिए सभी तरह की छूट दी जाएगी और तीन साल बाद उसे हर लाइसेंस लेना होगा।
मंगलवार को जारी करेंगे घोषणापत्र
मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी का घोषणापत्र जारी करेंगे जिसमें न्यूनतम आय योजना (न्याय) और स्वास्थ्य के अधिकार के साथ किसान की कर्ज माफी तथा दलितों एवं ओबोसी समुदायों के लिए कई प्रमुख वादे हो सकते हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, गांधी मंगलवार की दोपहर को घोषणापत्र जारी करेंगे।
कांग्रेस की घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष पी चिदंबरम और दूसरे वरिष्ठ नेताओं के मौजूद रहने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि घोषणा पत्र में न्याय योजना के तहत गरीबों को 72,000 रुपये सालाना देने के वादे के साथ-साथ कुछ अन्य अहम वादों को भी जगह मिल सकती हैं।