विकासनगर में रात करीब डेढ़ बजे कोतवाली अंतर्गत मटक माजरी के पास पीजीआइ चंडीगढ़ से मरीज का उपचार कराकर लौट रहे लोगों की कार शक्तिनहर में समा गई। हादसे के दौरान कार सवार दो लोगों ने कूदकर अपनी जान बचाई। एसडीआरएफ और पुलिस ने बोट से रेस्क्यू कर कार को नहर से बाहर निकाला। कार से तीन शव बरामद हो गए, जबकि एक अभी भी नहर में है, जिसकी तलाश को रेस्क्यू चलाया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक पौड़ी की कलालघाटी क्षेत्र के उदयरामपुर गांव के मतीदास पुत्र रेमीदास के पेट में ट्यू्मर का इलाज कराने के लिए परिजन पीजीआइ चंडीगढ़ लेकर गए थे, जहां से उपचार कराने के बाद गुरुवार की रात में कार सवार मरीज समेत छह लोग विमलेश कुमार पुत्र वेदप्रकाश, मतीदास पुत्र रेमीदास, दर्शनी देवी पत्नी मतीदास, हरीश चंद उर्फ गुडडु पुत्र अज्ञात, गणेश पुत्र चंद्रमोहन, संजय कुमार पुत्र मोहनलाल वापस अपने गांव उदयरामपुर लौट रहे थे।
अचानक अनियंत्रित होकर शक्तिनहर में समाई कार
रात में करीब डेढ़ बजे कार मटक माजरी के पास पहुंची कि अचानक अनियंत्रित होकर शक्तिनहर में समा गई। हादसे के दौरान दो लोगों गणेश पुत्र चंद्रमोहन, संजय कुमार पुत्र मोहनलाल ने बाहर छलांग लगा दी, जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से सकुशल बचा लिया गया। जबकि नहर में गिरी कार में सवार दंपती समेत चार लोग डूबकर लापता हो गए। सूचना मिलने पर एसएसआई नरोत्तम बिष्ट व चैकी इंचार्ज मुकेश कुमार ने मय पुलिस व एसडीआरएफ टीम के रेस्क्यू चलाया।
शुक्रवार करीब दस बजे नहर में गिरी कार दिखाई दी, जिसे रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया तो उसके अंदर से विमलेश कुमार पुत्र वेदप्रकाश, मतीदास पुत्र रेमीदास, दर्शनी देवी पत्नी मतीदास के शव बरामद हो गए, जबकि हरीश चंद का शव नहर में ही तलाश किया जा रहा है। मृतकों के परिजन व ग्रामीण मौके पर आ चुके थे।