शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि यह इस साल का और इस दशक का पहला सत्र है। हमारा प्रयास रहना चाहिये कि यह सत्र दशक के उज्ज्वल भविष्य के लिए मजबूत नींव डालने वाला सत्र बना रहे। हमारी सरकार ने अब तक दलितों, शोषितों, वंचितों और महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में काम किया है और इस दशक में भी हमारा यही प्रयास रहेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद के दोनों सत्रों में लोगों के आर्थिक सशक्तीकरण पर व्यापक चर्चा होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि इस सत्र में अधिकतम आर्थिक विषयों पर चर्चा होगी। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिये कि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों का भारत किस प्रकार फायदा उठा सकता है, मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों का लाभ भारत को कैसे मिल सके।
बजट सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
बजट सत्र की शुरुआत से पहले कांग्रेस के सांसदों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) एवं एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए शुक्रवार को संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चैधरी और कई अन्य सांसद शामिल हुए।
कांग्रेस सदस्यों ने भाजपा के कई नेताओं के विवादित बयानों के खिलाफ नारेबाजी की और सरकार पर संविधान के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। पार्टी सीएए और एनआरसी का खुलकर विरोध कर रही है। उसका आरोप है कि सरकार अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर अपनी नाकामियां छिपाने के लिए इन मुद्दों को उछाल रही है।
गौरतलब है कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो रहा और इस दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संबोधित करेंगे। बजट सत्र का पहला चरण 11 फरवरी तक चलेगा। मध्यावकाश के बाद इसका दूसरा चरण 2 मार्च से शुरू होकर 3 अप्रैल को संपन्न होगा।