मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने प्रस्तावित ईको पार्क स्थल का निरीक्षण करने के बाद यह बात पत्रकारों से कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में बनने वाले तेरह डेस्टिनेशन मास्टर प्लान के तहत बनेंगे। पिथौरागढ़ के चंडाक के ईको पार्क में बनने वाला ट्यूलिप गार्डन अद्वितीय होगा। गार्डन विशेषज्ञों की देखरेख में तैयार होगा। ट्यूलिप गार्डन बनने के बाद देश के लोगों को विदेश जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
सीएम ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में पिथौरागढ़ का भविष्य उज्ज्वल है। यहां की आवोहवा और प्राकृतिक सौंदर्य विशेष है। ट्यूलिप गार्डन बनते ही देश के लोगों को ट्यूलिप देखने के लिए विदेश जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। देश ही नहीं अपितु विदेशी भी पिथौरागढ़ के ट्यूलिप गार्डन को देखने आएंगे। उन्होंने कहा कि टयूलिप की चालीस प्रजाति वन विभाग इस गार्डन में तैयार करने वाला है। दुनिया भर के ट्यूलिप गार्डन के मॉडल देखने के बाद इसे तैयार करने को कहा गया है।
नहीं होगी धन की कमी
मुख्यमंत्री ने कहा कि ईको पार्क स्थल को विशेष आकर्षक स्थल है और इसके निर्माण में धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। वन विभाग ने दस माह के बीच ट्यूलिप गार्डन तैयार करने का दावा किया है। ईको पार्क निर्माण में स्थानीय लोगों के रोजगार का भी ध्यान रखा गया है। पार्क का निर्माण ऐसा होगा तक जिसमें सभी आयु वर्ग और परिवार जा सकते हैं। सीएम ने कहा कि ईको पार्क में प्राकृतिक सौंदर्य को बचाए रखने के लिए सीमेंट का प्रयोग कम से कम करने को कहा गया है।