घरेलू हिंसा, कुपोषण का शिकार हो रही हैं महिलाएं

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विकासखंड ताकुला के भैसोंड़ी में लोक प्रबंध विकास संस्था की ओर से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। संस्था के लोगों ने महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया। इस मौके पर महिलाओं ने कई रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। लोक प्रबंध विकास संस्था के सदस्यों ने बुधवार को ताकुला विकासखंड के भैसोड़ी गांव में महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जाग्रत किया।

वक्ताओं ने कहा कि समाज में आज भी महिलाओं पर अनेक तरह के अत्याचार किए जा रहे है। महिलाएं घरेलू हिंसा, कुपोषण समेत तमाम तरह की बुराईयों का शिकार हो रही है। समाज में पुरुष प्रधान सोच को बढ़ावा मिलने से महिलाएं तमाम तरह की परेशानियों को झेल रही है। इसलिए महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए एक साथ आगे आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं की आजीविका का एकमात्र साधन कृषि है। लेकिन जंगली जानवरों के लगातार बढ़ रहे आंतक से महिलाओं के सामने आजिविका का संकट गहराने लगा है।

महिलाओं ने कई रंगारंग कार्यक्रमों की दी प्रस्तुति

उन्होंने प्रदेश सरकार से जंगली जानवरों के आंतक से निपटने के लिए ठोस नीति तैयार करने की अपील की। इसके अलावा महिलाओं को मनरेगा में 100 दिन का रोजगार मुहैया कराने की अपील की। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने कई रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। जिसमें महिलाओं ने ‘जैता इक दिन तो आलौ, पहाड़ की चेली लै कभै नि खाया द्वी रौटा सुख लै समेत झोड़ा, लोकनृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। इस मौके पर लोक प्रबंध विकास संस्था के ईश्वर जोशी, सरपंच संगठन ताकुला के अध्यक्ष डूंगर सिंह, चंदन सिंह, गोविंदी देवी, रेखा नगरकोटी, प्रेमा देवी, हेमा देवी, कमला देवी, भगवती गुंसाई, पिंकी बिष्ट, राधा देवी, नीमा भंडारी समेत कई लोग मौजूद रहे।

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