वाहन चालकों की मनमानी से यात्री हलकान

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हल्द्वानी में बुधवार को भारी गर्मी और उमस के बीच वाहनों की तलाश में यात्रियों को खूब पसीना बहाना पड़ा। पहाड़ी रूटों पर चल रहे गिने-चुने वाहन चालकों ने भी यात्रियों को लूटने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ी। नाराज यात्रियों ने शहर की परिवहन व्यवस्था को भी जमकर कोसा। बड़ी संख्या में केएमओयू और टैक्सी-मैक्सी का चुनाव के लिए अधिग्रहण किए जाने का असर साफ दिखाई देने लगा है।

बुधवार को पहाड़ी रूटों पर केवल 15 केएमओयू की बसें और 35 छोटी टैक्सियां संचालित हो पाई। 7 अप्रैल से दूरस्थ पहाड़ी जिलों में डिमांड के अनुरूप चुनाव ड्यूटी के लिए वाहनों का अधिग्रहण शुरू हुआ। 8 अप्रैल को अल्मोड़ा, बागेश्वर, चम्पावत, पिथौरागढ़ और नैनीताल रूट पर चलने वाली अधिकांश केमू की बसें नदारद रही। जबकि 9 अप्रैल को 400 से अधिक टैक्सी-मैक्सी का अधिग्रहण होने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। बुधवार 10 अप्रैल को यातायात व्यवस्था बेपटरी हो गई। रोडवेज, केएमओयू स्टेशन और टैक्सी स्टैंड में सैकड़ों की संख्या में यात्री भटकते नजर आए। खासकर अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत, नैनीताल के यात्रियों को सबसे अधि परेशानी झेलनी पड़ी।

यात्रियों को अतिरिक्त चुकाने पड़ रहे हैं 150 से 200 रुपये

वाहन चालकों ने बुधवार को दोनों हाथों से यात्रियों को लूटा। बसें न मिलने से परेशान यात्री जब थक हारकर टैक्सी में बैठे तो उन्हें तय किराए से दोगुना अधिक खर्च करना पड़ा। धारचूला जा रहे दो यात्रियों ने बताया कि अक्सर वे बस में डेढ़ सौ से 200 रुपये किराया चुकाते थे मगर, आज उनसे दोगुना यानी 400 रुपये प्रति यात्री के हिसाब से किराया वसूला गया। इसी तरह अल्मोड़ा, बागेश्वर, रानीखेत जाने वाले यात्रियों को टैक्सियों में 150 से 200 रुपये अतिरिक्त चुकाने पड़े।

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