इंडेन की हल्द्वानी एलपीजी गैस के गोदाम में कालाबाजारी का खेल चल रहा है। शुक्रवार को जिला पूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह ने शीशमहल स्थित गोदाम पर छापा मारकर कई अनियमितताएं पकड़ीं। जांच के दौरान पता चला कि गोदाम से होम डिलीवरी करने वाले वाहनों के रजिस्टर में जितने सिलेंडर दर्शाए जा रहे हैं, गाडियों में उससे ज्यादा सिलेंडर लोड कर बाहर ले जाए जा रहे हैं। डीएसओ ने गोदाम में रखे चार सिलेंडरों में कम गैस मिलने पर एजेंसी पर दस हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला गैस कनेक्शन वितरण में लगातार मिल रही शिकायतों के बाद डीएसओ तेजबल सिंह ने टीम बनाकर एजेंसी के गोदाम में छापा मारा था। गोदाम से होम डिलीवरी के लिए 23 लोडर चलते हैं। इन्हें रवाना किए जाने के समय को भी सही से रजिस्ट्रर में दर्ज नहीं किया गया है। अगर कुछ वाहनों को सुबह दस बजे गोदाम से भेजा जाना बताया गया है तो दस बजे के बाद के समय को भी कुछ जगह नौ बजे दर्ज किया गया है।
स्टोर कीपर डीएसओ के किसी भी सवाल का नहीं दे पाए सही जवाब
डीएसओ ने रजिस्टर में दर्ज और वाहनों में लोड कर गोदाम से ले जाए गए सिलेंडरों की सत्यता जानने के लिए होम डिलीवरी वैन के चालक को मौके से ही फोन किया तो एजेंसी की पोल खुल गई। रजिस्टर में 24 सिलेंडर दर्ज थे, जबकि वाहन में 26 सिलेंडर ले जाए गए थे। एजेंसी के मैनेजर व गोदाम के स्टोर कीपर डीएसओ के किसी भी सवाल का सही जवाब नहीं दे पाए।
इसके बाद डीएसओ ने गोदाम में रखे सिलेंडरों के बारे में पूछताछ की तो स्टोर कीपर ने बताया कि यह उज्ज्वला योजना के तहत कैंप लगाकर वितरित करने के लिए रखे गए हैं। इस पर डीएसओ ने दस्तावेज तलब किए, लेकिन इसमें भी भारी फर्जीवाड़ा सामने आया। 16 उपभोक्ताओं को मौके से फोन किया गया, जिन्होंने बताया कि उन्हें उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर मिल चुके हैं।
जांच टीम में बाट-माप विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक एलएम पंत, खाद्य विभाग के पूर्ति निरीक्षक राहुल डांगी, वरिष्ठ पूर्ति निरीक्षक रवि सनवाल, एआरओ गिरीश चंद्र जोशी, गैस एजेंसी के मैनेजर रवि मेहरा शामिल रहे।